
लखनऊ में उज्बेक सेक्स रैकेट का भंडाफोड़: प्लास्टिक सर्जरी से बदली पहचान, नेपाल भागने की आशंका
लखनऊ | राजधानी लखनऊ में अंतरराष्ट्रीय सेक्स रैकेट का सनसनीखेज खुलासा हुआ है। सुशांत गोल्फ सिटी थाना क्षेत्र स्थित ओमेक्स न्यू हजरतगंज अपार्टमेंट के एक फ्लैट में 21 जून को पुलिस और एफआरआरओ (FRRO) की संयुक्त छापेमारी में दो उज्बेकिस्तानी युवतियों — होलिडा और नीलोफर — को पकड़ा गया। उनके पास वैध पासपोर्ट और वीजा नहीं थे। जांच में सामने आया कि उनकी पहचान बदलने के लिए प्लास्टिक सर्जरी कराई गई थी।
मास्टरमाइंड विदेशी महिला और पत्रकार पति फरार
सेक्स रैकेट की सरगना उज्बेकिस्तानी महिला लोला कायूमोवा है, जिसके खिलाफ इंटरपोल स्तर का लुकआउट नोटिस जारी है। उसने भारत में रहने के लिए कथित पत्रकार त्रिजिन राज उर्फ अर्जुन राणा से शादी की थी और युवतियों को दिल्ली से लाकर लखनऊ में अवैध धंधे में धकेला।
छापेमारी के दौरान लोला फरार हो गई। पुलिस को आशंका है कि वह पति के साथ नेपाल भागने की फिराक में है।
चेहरे की सर्जरी करने वाला डॉक्टर भी फरार
युवतियों की पहचान छिपाने के लिए गोमती नगर स्थित मिनर्वा क्लीनिक के प्लास्टिक सर्जन डॉ. विवेक गुप्ता ने भारी रकम लेकर सर्जरी की थी। अब डॉक्टर भी फरार है और उसकी क्लीनिक बंद पाई गई है। पुलिस पता लगा रही है कि उसने अब तक कितनी विदेशी महिलाओं की सर्जरी की।
ड्रग तस्करी और जासूसी की जांच
युवतियों के पास से नशीले पदार्थ भी बरामद हुए हैं, जिससे ड्रग तस्करी और मानव तस्करी के साथ-साथ जासूसी के एंगल से भी जांच की जा रही है। युवतियों को डिपोर्ट करने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।
FIR दर्ज, तलाश जारी
सुशांत गोल्फ सिटी थाने में डॉ. विवेक गुप्ता, अर्जुन राणा और लोला कायूमोवा के खिलाफ विदेशी अधिनियम, धोखाधड़ी और आईपीसी की धाराओं में एफआईआर दर्ज की गई है।
डीसीपी साउथ निपुण अग्रवाल ने बताया कि मामले की बहुस्तरीय जांच जारी है और फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए टीमें लगाई गई हैं।