भदोही में 190 वाहनों की होगी बड़ी नीलामी, पुलिस का ‘आपरेशन क्लीन’ एक्शन
प्रतिभागियों में उत्साह, कबाड़ी से लेकर कारोबारी तक बोली लगाने को तैयार
✍️ सीआर एस न्यूज़ संवाददाता श्याम शुक्ला
भदोही, रविवार 07 सितम्बर 2025।
भदोही जिले में पुलिस का डंडा इस बार सड़कों पर दौड़ने वाले बेतरतीब और लावारिश वाहनों पर पड़ा है। “आपरेशन क्लीन” नाम से चल रहे इस विशेष अभियान के तहत कल यानी 08 सितम्बर को जिलेभर से जब्त किए गए 190 वाहनों की एक साथ नीलामी होगी। यह नीलामी ऊंज क्षेत्र के नौधन यार्ड में आयोजित की जाएगी, जहां भारी संख्या में लोग बोली लगाने पहुंचने वाले हैं।
पुलिस प्रशासन ने इस कार्रवाई को पूरी तरह सख्त और पारदर्शी बताते हुए साफ कर दिया है कि अब बेकार पड़े वाहन थानों की शोभा बढ़ाने के बजाय राजस्व का साधन बनेंगे। आंकड़े बताते हैं कि थाना औराई से सबसे ज्यादा 160 वाहन, थाना ज्ञानपुर से 16 वाहन और थाना ऊंज से 14 वाहन नीलामी में शामिल होंगे। यानी कुल 190 वाहन हथौड़े के नीचे जाएंगे।
क्यों हो रही है इतनी बड़ी नीलामी?
पुलिस सूत्रों की मानें तो लंबे समय से विभिन्न मुकदमों, एमवी एक्ट और लावारिश वाहनों का ढेर थानों में जमा था। ये वाहन न सिर्फ जगह घेर रहे थे बल्कि पुलिस के लिए सिरदर्द भी बन चुके थे। कई गाड़ियां जंग खा रही थीं तो कुछ को मालिकों ने वर्षों पहले ही ठुकरा दिया। ऐसे में पुलिस महानिदेशक लखनऊ के निर्देश और भदोही के तेजतर्रार पुलिस अधीक्षक अभिमन्यु मांगलिक की अगुवाई में फैसला लिया गया कि इन कबाड़ बन चुके वाहनों को अब नीलाम कर सरकारी खजाने में पैसा जमा कराया जाए।
प्रतिभागियों में उत्साह, कबाड़ी से लेकर कारोबारी तक तैयार
नीलामी की घोषणा होते ही जिले के कबाड़ी, कारोबारी और गाड़ी के पार्ट्स के व्यापारी अलर्ट हो गए हैं। बताया जा रहा है कि नौधन यार्ड में सोमवार सुबह से ही भीड़ उमड़ेगी। कई कारोबारी पहले से ही गाड़ियों की हालत का जायजा लेने पहुंच चुके हैं। उन्हें उम्मीद है कि कबाड़ के भाव में गाड़ियां मिलेंगी और पार्ट्स बेचकर मोटा मुनाफा कमाया जा सकेगा।
पुलिस की सख्त हिदायत
भदोही पुलिस ने साफ कहा है कि यह नीलामी पूरी तरह सरकारी प्रक्रिया के तहत होगी। कोई भी व्यक्ति अगर गड़बड़ी की कोशिश करेगा तो उसके खिलाफ कठोर कार्रवाई होगी। पुलिस अधीक्षक अभिमन्यु मांगलिक ने कहा— “यह सिर्फ नीलामी नहीं, बल्कि अपराध और लापरवाही पर लगाम कसने की हमारी नीति का हिस्सा है। बेकार पड़े वाहनों से राजस्व कमाकर सरकार के खजाने को मजबूत करना ही इस कदम का मकसद है।”
जनता की नजर भी टिकी
लोगों में भी इस नीलामी को लेकर उत्सुकता है। कुछ लोग इसे पुलिस की सख्ती और पारदर्शिता की मिसाल मान रहे हैं तो कुछ का कहना है कि यह कार्रवाई देर से हुई लेकिन सही हुई। आखिरकार थानों में कबाड़ बनकर पड़ी गाड़ियां अब किसी काम तो आएंगी।
नीलामी से सीधा फायदा सरकार को
नीलामी से प्राप्त समस्त राजस्व सीधे राजकीय कोषागार में जमा होगा। अनुमान है कि लाखों रुपये की आय सरकार को होगी।
08 सितम्बर को भदोही जिले का नौधन यार्ड चर्चा का केंद्र बनने जा रहा है। देखने वाली बात यह होगी कि कौन-कौन इन वाहनों पर बोली लगाता है और कितनी बड़ी रकम सरकार के खाते में जाती है। एक बात तय है—भदोही पुलिस का “आपरेशन क्लीन” इस बार गाड़ियों के कबाड़ को खजाने में बदलने जा रहा है।